देहरादून, विकासनगर। जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने आज तहसील विकासनगर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालय, एसडीएम कोर्ट, कार्यालय, ई-डिस्टिक सेवा केंद्र का अवलोकन किया। जिलाधिकारी तहसील से पहले ही वाहन रोककर पैदल आम लोगों की तरह तहसील पहुंची।
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी विकास नगर विनोद कुमार, सहायक निदेशक सूचना बद्री चंद्र नेगी, तहसीलदार विकासनगर मुकेश रमोला एवं तहसील के अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड। प्रदेश के विगत दिनों से जारी भारी बरसात ने कई जगह जन-जीवन अस्त-व्यस्त किया है। जहां राजधानी देहरादून में मंगलवार शाम से लेकर पूरी रात तक रुक रुक कर बारिश होती रही।वहीं लगातार बारिश होने से पहाड़ी क्षेत्रों में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिसके फलस्वरूप बदरीनाथ और केदारनाथ जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 250 से अधिक सड़कें बाधित हो गईं।
प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें बंद हो रही हैं। भंडेलीगाड़ में ध्वस्त यमुनोत्री पैदल मार्ग नहीं खुलने के कारण धाम की यात्रा तीसरे दिन भी बंद रही। बड़कोट की एसडीएम ने बताया कि, यात्रा मंगलवार को भी स्थगित कर दी है।
उधर, रविवार देर रात अतिवृष्टि से चमोली जिले के सोनला गांव में मलबा घुस जाने से 28 परिवार खतरे की जद में आ गए। एसडीएम बड़कोट शालिनी नेगी ने बताया कि, लोनिवि ने रास्ता बनाने के लिए एक दिन का समय और मांगा है। इसलिए मंगलवार को भी यात्रा स्थगित कर दी गई है। मंगलवार को रास्ते की स्थिति को देखकर आवाजाही को लेकर फैसला किया जाएगा।
कुमाऊं स्काउट ने पिथौरागढ़ प्रशासन को धारचूला में 17 मकानों से 53 लोगों को सुरक्षित स्थानों पहुंचाने में मदद की। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले कुछ दिनों के दौरान राज्य के पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्रों में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। देहरादून में रूक-रूककर बारिश होती रही।